माय तुन्ज़

आज के दिन जब लिफाफों भर दे कर रहा था तब मेंने मेरा इ-पोड सुना । हर गीत सुनकर एक नया याद आता था।
में तो कोई विशेष प्रकार का संगीता को सुनाता नही (सिर्फ़ इंडी मुसिक) लेकिन वे मुझे बहुत अर्थपूर्ण है। मुझे हंसना चाहिए है क्योकि मेरे यादो और एक किशोरावस्था लाड़की के यादो का सौन्द्त्रैक मिलती-जुलती है। मुझे उम्मीद है कि मेरा विरही व्यक्तिन्वा रहेंगा और कि ये गीतों मेरा लिए आहम और अर्थपूर्ण भी रहेंगा। एक नया डेथ कब एल्बम निकला है लेकिन में इसका सुनना का इंतिज़ार करता हूँ क्यो कि कोई खास फल के लिए भविष्य मे : जब कोई सुहाना यादो का उठना होते है। इस लिए प्रतीक्षा करता हूँ।

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