मेरा सपना
कल के रात मैने एक अद्भुत सपना दखा। मै स्वर्ग पहूँचकर एक बहूत बड़ा दालान मे खड़ा था। दीवारे बहूत लम्बे थे। मै दालान के दिवारे से भौचक्का था। सब चीज़ सोना मे अलंकृत कयि गया था। बहूत लम्बा समय के बद मै समझा... स्वर्ग बहूत चिपचिपा था! शायद कूछ आरब या चीनी को वह पर्याप्त हौ लेकिन मूझको दुःख। मै सोने से घृणा करता हूँ। आगर स्वर्ग सोना मे अलंकृत कर जाता तो मै यमलोक हूँगा।
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